आप की आँखों में कुछ महेके हुए से राज़ है
आप से भी खूबसूरत आप के अंदाज़ है
लब हिले तो मोगरे के फूल खिलते हैं कहीं
आप की आँखों में क्या साहिल भी मिलते है कहीं
आप की खामोशियाँ भी आप की आवाज़ है
आप की बातों में फिर कोई शरारत तो नहीं
बेवजा तारीफ़ करना आप की आदत तो नहीं
आप की बदमाशियों के यह नए अंदाज़ है
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